भारत के सात अजूबे कौन से हैं:- क्या आप भी जानना चाहते है भारत के सात अजूबे कौन से हैं? तो आज की यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाली है। आज इस लेख में हम आपको भारत के सात अजूबे के बारे में बताने वाले है।
आज के समय की बात करें तो इस समय के लोग कुछ भी बना सकते हैं क्योंकि आज हमारी तकनीक काफी विकसित हो चुकी है, लेकिन आज से पहले कई हजारों साल तकनीक विकसित नहीं थी। इतिहास में मानव के द्वारा बनाई गयी चीजे आज भी किसी अजूबे से कम नहीं है।
भारत में ऐसी कई सारी कला कृतियां है जो किसी अजूबे से कम नहीं है। प्राचीन और मध्यकालीन शासकों ने अपने पीछे अविश्वसनीय स्मारकों का खजाना छोड़ा है। प्राचीन काल में बनाए गए ये काला कृतियां भारत के अजूबे माने जाते है। क्योंकि बिना तकनीक के ये चीजे बनाना असंभव है।
आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे ही विशाल स्मारक और कला कृतियो के बारे में बताएंगे जो भारत के सात अजूबे कहे जाते है। 2007 में, टाइम्स ऑफ इंडिया ने 20 चिन्हित स्थलों में से भारत के 7 अजूबों की सूची बनाई जिसकी जानकारी आर्टिकल में हमने नीचे बताया है।
आपने दुनिया के सात अजूबों के बारे में सुना होगा और शायद आप में से कई लोग दुनिया के इन अजूबों के बारे में जानते भी होंगे लेकिन क्या आप भारत के अजूबों के बारे में जानते हैं, अगर नहीं तो आप इस लेख को पूरा अंत तक जरूर पढ़े –
भारत के सात अजूबे कौन से हैं?
1. ताजमहल उत्तरप्रदेश
आगरा में स्थित ताजमहल भी दुनिया के सात अजूबे में से एक है। ताजमहल का निर्माण 1632 में किया गया था. इसे बनने में करीब 22 साल का समय लगा था। इसे मुग़ल बादशाह शाहजहाँ से अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था। ताजमहल को बनाने के लिए सफेद संगमरमर पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। ताजमहल पर्यटन का एक मुख्य केंद्र माना जाता है जहां देश-विदेश से लोग इसे देखने आते हैं। ताजमहल अपनी खूबसूरती के लिए भारत के सात अजूबों में शामिल है। ताजमहल पूरी तरह से सफेद है इसके चारों ओर बगीचा बना हुआ है इसे देखने के लिए देश दुनिया से पर्यटक आते रहते हैं।
2. स्वर्ण मंदिर पंजाब
भारत के पंजाब राज्य में स्थित स्वर्ण मंदिर ( श्री हरीमंदिर साहिब ) दुनिया भर के सिखों का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल है। यह स्वर्ण मंदिर भारत के सात अजूबों में से एक है। इसे भगवान का घर भी कहा जाता है आपको बता दे की यह मंदिर सिख समुदाय के सबसे पुराने गुरूद्वारे में से एक है।
यह गुरुद्वारा सिर्फ भारत में ही प्रसिद्ध नहीं बल्कि यह दुनियाभर में अपने नक्कासी के लिए जाना जाता है। इसके चारों तरफ सरोवर है जो इसकी सुन्दरता पर चार चाँद लगाता है। इस मंदिर को निर्माण काफी भव्य तरीके से किया गया है। सिख समुदाय का यह तीर्थस्थल (स्वर्ण मंदिर) पंजाब के अमृतसर में स्थित है।
3. कोणार्क सूर्य मंदिर उड़ीसा
उड़ीसा का कोणार्क मंदिर भारत के सात अजूबों में शामिल है। ऐसा माना जाता है की इस मंदिर का निर्माण 13वी शताब्दी में पूर्वी गंगा राजवंश के शासक, राजा नरसिंहदेव प्रथम द्वारा किया गया था। यह मंदिर अपनी आकर्षक वास्तुकला और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
आपको बता दे की यह मंदिर ब्लैक पगोड़ा नाम से भी प्रसिद्ध है। अद्भुत वास्तुकला का नमूना यह मंदिर भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला और इंजीनियरिंग को देखकर आधुनिक वास्तुकारों इंजीनियरों भी चकित हैं।
इस मंदिर की खास संरचना में इसे सात घोड़ों द्वारा आकाश की तरफ ले जाते हुए बताया गया है साथ ही इस मंदिर की शुरुआत में आपको सिंह और हाथियों की मूर्ति देखने को मिलेगी। हालांकि, इस मंदिर का एक बड़ा हिस्सा खंडहर में परिणत हो गया है। लेकिन जो कुछ भी बचा है वह कोणार्क सूर्य मंदिर में पर्यटकों को ध्यान आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है।
4. खजुराहो मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में स्थित खजुराहो मंदिर भारत के सात अजूबों में शामिल है। यह मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला के कारण भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रसिद्ध है। खजुराहो मंदिर और अन्य स्मारक चंदेल राजवंश के शासक द्वारा 950 से 1050 के के बीच निर्माण किया गया था। यह मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के खजुराहो में स्थित है। जो हस्बैंड और हिंदू मंदिरों का एक विशाल परिसर है।
ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार,12वीं शताब्दी तक इस स्थल में 85 मंदिर था, जिनमें से केवल 20 मंदिर ही सुरक्षित है। अभी यहां कई सारी कामुक मूर्ति देखने को मिलती है ये मूर्तियाँ इस मंदिर को सबसे अलग मंदिर बनाती हैं। इस मंदिर में जैन और हिन्दू धर्म की मूर्ति भी देखने को मिलती है।
5. नालंदा विश्वविद्यालय बिहार
नालंदा विश्वविद्यालय भारत के सातवें अजूबों में से एक हैं। यह विश्वविद्यालय यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी स्वीकृत है। यह बिहार की राजधानी पटना से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है। यह इतिहास का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जहाँ कभी इतिहास में 10000 छात्रों को 2000 शिक्षक अध्धयन कराते थे।
यह विश्वविद्यालय गुप्त साम्राज्य के शासनकाल के दौरान और बाद में कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन के शासन के दौरान शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। इस विश्वविद्यालय में ज्ञान और शिक्षा प्राप्त करने हेतु चीन, कोरिया, मध्य एशिया और तिब्बत से छात्र छात्राएं आते थे।
वर्तमान समय में नालंदा विश्वविद्यालय एक खंडहर में बदल चुका है। ऐसा माना जाता है कि नालंदा विश्वविद्यालय 427 ईस्वी से 1197 ईस्वी तक एक संपन्न विश्वविद्यालय था। लेकिन, अफसोस की बात यह है कि 1200 ईस्वी में मामलूक राजवंश की एक मुस्लिम सेना द्वारा इस विश्वविद्यालय को ध्वस्त कर दिया गया। लेकिन आज यह पर्यटन का एक मुख्य केंद्र बन चुका है।
6. हाम्पी मंदिर कर्नाटक
यह मंदिर उत्तरी कर्नाटक के विजयनगर शहर के खंडहर के भीतर स्थित है। हंपी मंदिर परिसर भारत के सात अजूबों में से पहला नंबर पर आता है। यह भी अपनी वास्तुकला के कारण देशभर में प्रसिद्ध है इस मंदिर में भारत की लगभग हर वास्तुकला का अंश देखने को मिलता है। ऐसा माना जाता है की भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण माता सीता की तलाश करते हुए इस मंदिर का दौरा किया था।
हंपी, प्राचीन भारतीय साम्राज्य विजयनगर का एक हिस्सा था। जिसके शासक को कला और संस्कृति के प्रति अगाध प्रेम था और उसे एक कुशल शासन के लिए भी जाना जाता था। यहाँ आप कई तरह की मूर्तियों के साथ महलों, अस्तबलों और बुर्जों का संग्रह भी देख सकते हैं। यह भी अपनी वास्तुकला के कारण देशभर में प्रसिद्ध है।
7. श्रवणबेलगोला या गोमतेश्वर कर्नाटक
गोमतेश्वर या श्रवणबेलगोला के नाम से मशहूर एक मूर्ति है जो कर्नाटक में स्थित है। इस मूर्ति को 983 ई में एक ही पत्थर से में तराश कर बनाया गया था इस मूर्ति की उंचाई 60 फिट है। गोमतेश्वर बाहुबली भारत के संपूर्ण जैन समुदाय की एक प्रतिष्ठित शख्सियत है। बाहुबली ऋषभनाथ ( प्रथम जैन तीर्थकर ) के पुत्र थे।
इस प्रतिमा की निर्माण लगभग 981 ईसवी में गंगा राजवंश के एक मंत्री और सेनापति चावूंदाराय द्वारा किया गया था। यह भारत के कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला में पहाड़ की चोटी पर स्थित है। इस मूर्ति तक पहुँचने के लिए 618 सीढियों को चढ़कर जाना पड़ता है।
FAQ: भारत के सात अजूबे कौन से हैं
भारत के सात अजूबे कौन कौन से हैं?
भारत के सात अजूबे का नाम है – ताजमहल, स्वर्ण मंदिर, कोणार्क सूर्य मंदिर, खजुराहो, नालंदा, हाम्पी और श्रवणबेलगोला।
भारत का आठवां अजूबा क्या है?
सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी भारत का आठवां अजूबा माना जाता है।
भारत का सबसे बड़ा अजूबा क्या है?
ताजमहल भारत का सबसे बड़ा अजूबा है ताजमहल को हर साल करीब 60 लाख लोग देखने जाते हैं।
स्वर्ण मंदिर में कितना सोना लगा है?
स्वर्ण मंदिर में 750 किलो शुद्ध सोना लगा हुआ है।
आखिरी शब्द:
आज इस लेख में आपने जाना भारत के सात अजूबे कौन कौन है? इस आर्टिकल का पूरा पढ़ने के बाद आपको भारत के सात अजूबों के बारे में अच्छे से जानकारी मिल चुकी होगी। भारत के सात अजूबों के बारे में यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इस आर्टिकल को अपने फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद…
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