Bharat Ki Rajdhani Kahan Hai:- नमस्कार दोस्तो, क्या आप भी जानना चाहते है Bharat Ki Rajdhani Kahan Hai अथवा Bharat Ki Rajdhani Kya Hai यदि आप एक भारतीय नागरिक है तो आपको अपने देश की राजधानी का नाम अवश्य पता होना चाहिए।
यदि आपको भारत देश की राजधानी का नाम नहीं पता है तो आज इस लेख के जरिए हम आपको Bharat Ki Rajdhani Kahan Hai उसकी संपूर्ण जानकारी देने वाले है इसलिए आपको यह लेख पूरा अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
Bharat Ki Rajdhani Kahan Hai
नई दिल्ली भारत की राजधानी है। क्षेत्रफल के हिसाब से भारत दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है। दिल्ली भारत की राजधानी ही नहीं बल्कि केंद्र शासित प्रदेश भी है। यहां भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी की सरकार केंद्र के रूप में कार्य करता है। नई दिल्ली दिल्ली के महानगरीय शहर में स्थित है और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली के ग्यारह जिलों में से एक है।
नई दिल्ली भारत सरकार की कार्यकारी, विधायी और न्यायिक शाखाओं की सीट है। संसद, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री का आवास और इस देश के सभी प्रमुख कार्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में ही है। दिल्ली भारत का एक राज्य के अलावा केंद्र शासित प्रदेश भी है।
भारत की राजधानी दिल्ली का जनसंख्या और क्षेत्रफल
2011 में के जनसंख्या रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की जनसंख्या 16.8 मिलियन थी। दिल्ली की आबादी इसे दुनिया का पांचवां सबसे महंगा शहर और भारत का सबसे अधिक आबादी वाला शहर बनाती है। मुंबई के बाद यह देश का दूसरा सबसे अमीर शहर है।
नई दिल्ली अपनी चौड़ी सड़कों, वृक्षों से घिरे रास्तों और शहर के कई महत्वपूर्ण संस्थानों और स्मारकों के लिए जानी जाती है। भौगोलिक की दृष्टि से दिल्ली दुनिया के सबसे विकसित शहरों में से एक है।
भारत की राजधानी का इतिहास –
भारत का इतिहास बहुत पुराना है। दिल्ली से पहले भारत की राजधानी पाटलिपुत्र (पटना) हुआ करती थी। नंद वंश से लेकर मौर्य, गुप्त और पाल तक, भारत की राजधानी पाटलिपुत्र थी। उसके बाद अंग्रेजों ने कलकत्ता को भारत की राजधानी बनाया। उसके बाद 12 दिसंबर 1911 को किंग जॉर्ज नाम के एक अंग्रेज अधिकारी ने दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया।
दिल्ली के इतिहास की बात करें तो दिल्ली का इतिहास काफी पुराना है। दिल्ली का संबंध महाभारत काल से है। महाभारत काल में दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ था। महाभारत के अनुसार, पांडवों ने 1450 ईसा पूर्व में दिल्ली (इंद्रप्रस्थ) की स्थापना की थी।
नई दिल्ली भारत सरकार और संयुक्त दिल्ली सरकार की राजधानी है। दिल्ली को अभी तक पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला है। दिल्ली में विधानसभा है लेकिन अन्य राज्यों की तरह यह पूर्ण राज्य नहीं है।
भारत की राजधानी दिल्ली की संस्कृति
दिल्ली भारत की ऐतिहासिक राजधानी है और इसलिए यहां की संस्कृति बहुत विस्तृत और अनुभवी है। दिल्ली एक ऐसी स्थान है जहां भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियों, लोक कलाओं और तहजीबों का संगम होता है।
दिल्ली की संस्कृति में इस्लामी, हिंदू और सिख धर्मों की संस्कृति शामिल है। इसलिए, यहां की भोजन, वस्त्र, जगहों और संस्कृतियों में उन सभी धर्मों का प्रभाव देखा जा सकता है।
दिल्ली में एक समृद्ध इतिहास है और इसकी संस्कृति उस इतिहास से निकलती है। यहां कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल हैं जैसे कि रेड फोर्ट, कुतुब मीनार, हमायूं का मकबरा, लोधी गार्डन, राज घाट, जंतर मंतर आदि। इन स्थलों पर भारतीय इतिहास और संस्कृति की बहुत सी अहम घटनाएं घटी हैं।
दिल्ली की मुख्य भाषा
दिल्ली की राजभाषा हिंदी और उर्दू है। इसके अलावा, अंग्रेजी और तमिल जैसी अन्य भाषाएं भी दिल्ली में बोली जाती हैं। दिल्ली में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं क्योंकि यह भारत की राजधानी है और यहां लोग अलग-अलग राज्यों और देशों से आते हैं। हालांकि, हिंदी और उर्दू दिल्ली की प्रमुख भाषाएं हैं और अधिकतर लोग इन दोनों भाषाओं में बात करते हैं।
भारत की राजधानी दिल्ली की प्राकृतिक सौंदर्य
दिल्ली एक बड़ा शहर है जिसमें अनेक प्राकृतिक स्थल हैं जो अपनी सुंदरता और ताजगी के लिए जाने जाते हैं। इनमें से कुछ चरम स्थल हैं जैसे राजघाट और यमुना घाट जहां लोग धर्मिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं और प्राकृतिक ताजगी का आनंद लेते हैं।
दिल्ली में अनेक पार्क हैं जैसे कि नेहरू पार्क, हौज खास, दिल्ली हाट आदि जो अपनी ताजगी और सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। इन पार्कों में आप घूमने के साथ-साथ जॉगिंग, फिटनेस योगा, पिकनिक आदि कर सकते हैं।
दिल्ली में कुछ खूबसूरत बागों का भी उल्लेख करना जरूरी है, जैसे कि लोधी बाग, नेहरू पार्क, मुगल बाग, सफदरजंग के बाग आदि। इनमें घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं जैसे कि फाउंटेन, प्राकृतिक झरने, फूलों की बेलगाड़ी आदि।
दिल्ली में कुछ ऐसे स्थल हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात हैं जैसे कि कुतुब मीनार लाल किला आदि।
भारत की राजधानी दिल्ली में पर्यटन स्थल –
पर्यटन के हिसाब से भारत की राजधानी दिल्ली एक पूर्ण विकसित शहरों में से एक हैं देश की राजधानी होने के कारण यह शहर सभी क्षेत्रों में विकसित और उन्नत है। दिल्ली में बहुत सारे पर्यटन के केंद्र मौजूद है जहां देश दुनिया के कोने कोने से सैलानी घूमने के लिए आते हैं। दिल्ली के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल के नाम हमने नीचे दे रखा है –
दिल्ली का लाल किला
लाल किला दिल्ली का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह दिल्ली में पुरानी दिल्ली के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध राजभवनों में से एक है।
लाल किला, जिसे अंग्रेज़ी में रेड फ़ोर्ट (Red Fort) कहा जाता है, मुगल वंश के शासक शाहजहाँ ने अपनी ताकत और शान का प्रदर्शन करने के लिए अपने सत्ता के शुरुआती दिनों में बनवाया था। यह इतिहास में मुगल साम्राज्य का एक महत्त्वपूर्ण स्मारक होने के साथ-साथ दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित और आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है।
लाल किला का निर्माण रेतीले भूमि पर किया गया था और यह एक बहुत बड़ा भवन है जिसमें शाहजहाँ के दिनों की शानदार मिश्रण शैली में बने भवन, विशाल दीवारें और विभिन्न आकारों वाले स्तंभ शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें एक बड़ा महल भी है, जिसे दिनभर नृत्य और संगीत कार्यक्रमों के लिए प्रयोग में लिया जाता है।
इंडिया गेट
इंडिया गेट भारत के दिल्ली में स्थित एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह भारत की राजधानी के पूर्वी प्रवेश द्वार है और भारत के स्वागत द्वार के रूप में जाना जाता है। यह 42 मीटर ऊँचा है और यह भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने के लिए बनाया गया था। इंडिया गेट भारत के शहरी जीवन का महत्वपूर्ण केंद्र है जहाँ लोग घूमने और खाने का आनंद लेते हैं।
हुमायु का मकबरा
हुमायूँ का मकबरा दिल्ली में स्थित है और यह भारत के मुगल सम्राट हुमायूँ की याद में बनाया गया था। इस मकबरे का निर्माण 1565 ईस्वी में हुमायूँ के पुत्र अकबर द्वारा किया गया था। इसे प्रत्येक तरफ से चार बड़े बागों से घिरा गया है जो एक अंतरिक्ष का वातावरण बनाते हैं। मकबरे का निर्माण लाल पत्थर, संगमरमर, मकराना मिट्टी और लोहे की तारों से किया गया है और इसकी आधुनिक वास्तुकला अद्भुत है। हुमायूँ का मकबरा एक ऐसा स्थान है जहां लोग इसकी वास्तुकला, इतिहास और सुंदरता का आनंद लेते हैं।
लक्ष्मी नारायण मंदिर
लक्ष्मी नारायण मंदिर दिल्ली में स्थित है और यह भारत के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु और उनकी पत्नी लक्ष्मी को समर्पित है। यह मंदिर अक्षरधाम मंदिर के पास स्थित है और इसकी निर्माण शुरू होने का समय 1933 ईस्वी था।
यह मंदिर पंजाब संगठन द्वारा संचालित होता है और इसमें विभिन्न प्रकार के पूजा अभिषेक आदि के लिए सुविधाएं होती हैं। मंदिर के अंदर एक बड़े समाधि है, जहां पर प्रवचन और सत्संग आयोजित किए जाते हैं। इस मंदिर में विभिन्न भवन और मूर्तियां होती हैं, जिन्हें देखने के लिए लोग आते हैं और धार्मिक अनुष्ठानों का आनंद लेते हैं।
दिल्ली का चिड़ियाघर
दिल्ली का चिड़ियाघर भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है और यह भारत का एक प्रमुख चिड़ियाघर है। यह चिड़ियाघर 1959 में शुरू किया गया था और वर्तमान में इसमें लगभग 1350 से अधिक प्रजातियों के जानवर हैं।
दिल्ली के चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के जानवर शामिल होते हैं, जैसे कि हाथी, शेर, टाइगर, जंगली सुअर, गाय, भेड़, ऊंट, जिराफ, जैसे कुछ अनूठे जानवर भी हैं। इसके अलावा, यहां पर विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी होते हैं जैसे कि मोर, तोता, मौना, बैगन, इत्यादि।
चिड़ियाघर में अन्य सुविधाएं भी होती हैं जैसे कि बच्चों के लिए खेलने के लिए क्षेत्र, फूलों और वृक्षों से भरा एक छोटा वन, तथा एक मुफ्त जलवायु विज्ञान केंद्र जहां आप जानवरों के जीवन के बारे में और उनके प्रदर्शन के बारे में अधिक जान सकते हैं।
दिल्ली का पुराना किला
दिल्ली का पुराना किला दिल्ली में स्थित है और यह भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इसे पुराना किला भी कहा जाता है। यह किला भारत के मुगल सम्राटों ने बनवाया था और इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 17वीं शताब्दी में कराया था।
दिल्ली का पुराना किला एक विशाल भवन है, जो लाल पत्थर से बना हुआ है और इसका आकार लगभग 2 किलोमीटर है। इसमें बहुत सारे महल, मस्जिदें, बाग़, जलमहल, और अन्य इमारतें हैं। इसके अंदर चार दरवाजे हैं जो चारों दिशाओं में जाते हैं।
इसके अंदर से आप मुगल शासन के दौरान का इतिहास और संस्कृति से जुड़े बहुत सारे दस्तावेजों, चित्रों और आभूषणों को देख सकते हैं। यहां आप जलमहल, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, रंग महल जैसे कई महल और इमारतें भी देख सकते हैं। इसके अलावा, इसे रात में भी देखा जा सकता है जब इसे रोशनी से सजाया जाता है।
लोदी गार्डन
लोदी गार्डन दिल्ली में स्थित एक बाग है, जो पुरानी दिल्ली के उत्तरी भाग में है। यह बाग लोधी रोड के किनारे स्थित है और इसका नाम उस ब्रिटिश वायसराय के नाम पर रखा गया था, जिसने इसे बनवाया था।
लोदी गार्डन में कई प्रकार के फूल, पेड़-पौधे और झाड़ियां हैं। इसके अलावा, इसमें कई शांत और शांतिपूर्ण स्थान हैं, जहां लोग अपने परिवार के साथ समय बिताने आते हैं। यहां पर रोज़ाना सुबह व्यायाम करने वाले लोग भी आते हैं।
लोदी गार्डन में कई ऐतिहासिक स्मारक भी हैं। इसमें लोधी वन, शिश गंग, बाड़ा गंगा, शीश गंगा, मोहम्मद शाह तुगलक का मकबरा, शीश गंगा मस्जिद और बाड़ा गंगा मस्जिद शामिल हैं। यह बाग दिल्ली के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है और यह दिल्ली के पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
दिल्ली का गिरजाघर
दिल्ली में कई गिरजाघर हैं जो इस्लामी, हिंदू और सिख धर्म के लोगों की आस्था का केंद्र हैं। इनमें से कुछ प्रमुख गिरजाघरों में शामिल हैं:
1. जामा मस्जिद – यह दिल्ली का सबसे बड़ा मस्जिद है और इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने बनवाया था। यह जम्मू और कश्मीर के लाल फतेहशाह की नक़ल है।
2. गुरुद्वारा बंगला साहिब – यह सिख धर्म का प्रमुख गिरजाघर है और सिखों का धार्मिक और सामाजिक केंद्र है। इसे सिख गुरु गुरु तेग बहादुर जी ने सन् 1663 में बनवाया था।
3. लक्ष्मी नारायण मंदिर – यह हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसमें लक्ष्मी और नारायण की पूजा की जाती है। इसे बनवाने की शुरुआत वर्ष 1933 में हुई थी और इसे समाज सेवा मंडल ने संचालित किया है।
4. श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर – यह जैन धर्म का प्रमुख गिरजाघर है और इसमें आठ तीर्थंकरों की मूर्तियां हैं। इसे लाल जी के नाम पर जाना जाता है।
कुतुब मीनार
कुतुब मीनार दिल्ली में स्थित एक प्रसिद्ध मीनार है। यह इस्लामी स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे मुगल सम्राट कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1192 ईस्वी में बनवाया था।
कुतुब मीनार की ऊँचाई 73 मीटर है और यह भारत का सबसे ऊँचा बना हुआ बताया जाता है। इसका निर्माण लाल पत्थर से किया गया है और इसमें अरबी कलीग्राफी से लिखे गए अद्भुत नक्शे और आकृतियों की सुंदर विस्तृत संख्या है।
कुतुब मीनार एक विश्व धरोहर स्थल है और इसे 1993 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दी गई थी। यह दिल्ली का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और हर साल ढेरों पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं।
चांदनी चौक
दिल्ली का चांदनी चौक एक प्रसिद्ध स्थान है जो भारत के राष्ट्रपति के आवास राष्ट्रपति भवन के साथ जुड़ा हुआ है। इसे दिल्ली का सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में से एक माना जाता है और यह भारत के सबसे आधिकारिक स्थानों में से एक है।
चांदनी चौक का नाम इसकी विशाल सफ़ेद चौक के कारण है जो राष्ट्रपति भवन के सामने स्थित है। इसका निर्माण ब्रिटिश शासन के समय इस्तेमाल किये जाने वाले सफेद चौक के आधार पर किया गया था।
चांदनी चौक दिल्ली का एक आधिकारिक स्थान होने के साथ-साथ इसके आस-पास बहुत सारी विशालकाय निर्माणों के साथ साथ खरीदारी करने के लिए बहुत सारी दुकानें हैं। इसके अलावा, इसे आसमानी खाने खाने के साथ-साथ अन्य कार्यक्रमों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
नेहरू पार्क
दिल्ली का नेहरू पार्क एक शानदार पार्क है जो दिल्ली के शांति पथ पर स्थित है। यह पार्क नेहरू जी के स्मारक के रूप में बनाया गया था और यह उनकी याद में समर्पित है।
नेहरू पार्क दिल्ली में एक प्रसिद्ध स्थल है जो सुबह जल्दी से दौड़ने और योग करने वाले लोगों के लिए एक पसंदीदा स्थल है। इसके अलावा, इस पार्क में बच्चों के लिए भी कुछ खिलौने हैं और खुले मैदान में खेलने के लिए भी काफी जगह है।
नेहरू पार्क में खुले मैदान, झरने और झीलें हैं जो इसे दिल्ली के सबसे आकर्षक स्थलों में से एक बनाते हैं। यह एक बड़ा पार्क है जो आराम और सुविधाओं से भरा हुआ है।
इस पार्क में एक खुला थिएटर भी है जहां सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस पार्क में शांति पथ पर बड़ी संख्या में लोग भी अपने सुबह की सैर का आनंद लेते हैं।
भारत की पुरानी राजधानी क्या थी?
भारत की प्राचीन राजधानी कलकत्ता थी। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत की वर्तमान राजधानी नई दिल्ली है, जिसकी स्थापना 13 फरवरी, 1913 को हुई थी। इससे पहले (भारत की पहली राजधानी) कोलकाता भारत की राजधानी हुआ करती थी। लोग पहले कोलकाता को कलकत्ता के नाम से जानते थे और इसका नाम बदलकर कोलकाता कर दिया।
भारत की राजधानी का भौगोलिक परिस्थिति
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का क्षेत्रफल 1484 किलो मीटर स्क्वायर है। दिल्ली क्षेत्र की लम्बाई उत्तर से दक्षिण 51.9 km है जबकि पूर्व से पश्चिम की चौड़ाई 48.48 km है। दिल्ली एक बड़े शहर का एक छोटा सा हिस्सा है। यह देश इंडो-गंगा बेसिन में स्थित है। नई दिल्ली यमुना नदी के बाढ़ के मैदानों पर स्थित है। नदी के पूर्व में शाहदरा का नगरीय क्षेत्र है। नई दिल्ली और इसके आसपास का इलाका कभी अरावली रेंज का हिस्सा हुआ करता था।
नई दिल्ली की जलवायु गर्म और आर्द्र जलवायु और गर्म और आर्द्र जलवायु के बीच की सीमा पर है। ग्रीष्म और शीत ऋतु में तीव्र तापमान परिवर्तन होते हैं। तापमान गर्मियों में 46 °C (115 °F) से लेकर सर्दियों में लगभग 5 °C तक होता है। (32° फारेनहाइट)। यहां की जलवायु अन्य उष्णकटिबंधीय शहरों से बहुत अलग है।
गर्म मौसम अप्रैल के शुरू से अक्टूबर तक शुरू होता है और मानसून का मौसम गर्मियों के बीच में आता है, नवंबर से सर्दी शुरू होती है और जनवरी सबसे ठंडा होता है। औसत वार्षिक तापमान लगभग 25 डिग्री सेल्सियस है। (77°F), जबकि औसत दैनिक तापमान 14°C से 34°C के बीच रहता है।
भारत की राजधानी दिल्ली में यातायात
दिल्ली में यातायात काफी भीड़भाड़ से भरा हुआ है। यहाँ पर राजधानी के रूप में भारी आबादी के साथ-साथ उच्च जनसंख्या वाले क्षेत्र होते हुए, यातायात की समस्याएं आम होती हैं। दिल्ली में यातायात अत्यधिक ट्रैफिक, प्रदूषण, और अपेक्षाकृत भारी गाड़ी संख्या के कारण कई दिक्कतों का सामना करता है।
दिल्ली में यातायात के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे मेट्रो, बस, ऑटोरिक्शा, टैक्सी आदि। मेट्रो दिल्ली में सबसे सुरक्षित और तेजी से बढ़ता हुआ यातायात माध्यम है। बस भी एक अच्छा विकल्प होता है, लेकिन ट्रैफिक की वजह से बस भी अक्सर देर से आती है। ऑटोरिक्शा एक और विकल्प है, लेकिन ये समस्याओं के लिए एक अन्य स्रोत बन सकते हैं। तैयार और समझदार टैक्सी ड्राइवर से टैक्सी किराए पर ले सकते हैं, लेकिन उनकी उपलब्धता समय-समय पर असुरक्षित हो सकती है।
भारत की राजधानी दिल्ली में सड़के
दिल्ली एक बड़े शहर है जो भारी आबादी और उच्च ट्रैफिक वाले क्षेत्रों से भरा हुआ है। शहर के अंदर सड़कों की संख्या बहुत ज्यादा होती है और यहां दैनिक जीवन की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई बारीकी से बनाई गई सड़कों और मार्गों का निर्माण हुआ है।
दिल्ली में सड़कों की स्थिति और क्वालिटी कई अंशों पर निर्भर करती है, जैसे कि क्षेत्र, यातायात की गति और संख्या, और सड़क का उपयोग। कुछ सड़कों पर ट्रैफिक की अधिक भीड़ होती है और उनमें अक्सर जाम बन जाता है। दूसरी ओर, कुछ सड़कों पर यातायात की गति बहुत तेज होती है और वे अधिक निर्भर होती हैं।
दिल्ली में कुछ मुख्य सड़कें हैं जैसे राजपथ, रिंग रोड, नेहरू प्लेस, दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे, दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेसवे आदि। इन सड़कों का निर्माण बहुत अच्छे स्तर पर किया गया है।
भारत की राजधानी दिल्ली में मेट्रो की सुविधा
दिल्ली मेट्रो भारत की राजधानी दिल्ली में चलने वाली एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक परिवहन सेवा है। दिल्ली मेट्रो का निर्माण 1998 में शुरू हुआ था और उसका पहला अवसर सार्वजनिक रूप से 24 दिसंबर 2002 को पेश किया गया था।
दिल्ली मेट्रो एक उच्च गति रेल नेटवर्क है जिसमें विभिन्न शहरों, मुख्य बाजारों और उद्योग क्षेत्रों को जोड़ा जाता है। दिल्ली मेट्रो अभी तक 389.63 किमी के नेटवर्क के साथ 285 स्टेशनों पर ऑपरेट हो रहा है। यह अपने नेटवर्क में एक एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन भी शामिल है जो इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक जाती है।
दिल्ली मेट्रो अपनी सुविधाओं में शामिल एक्सप्रेस ट्रेनें, आरटीसी (रेडियो टैक्सी) सेवा, एक फायर एलार्म सिस्टम, एलईडी लाइटिंग और कैमरे जैसी प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है। इसके अलावा, दिल्ली मेट्रो भारत में सबसे बेहतरीन सार्वजनिक परिवहन सेवा में से एक है।
भारत की राजधानी दिल्ली में हवाई सेवा
दिल्ली में हवाई सेवा केंद्रगृह है जो भारत के अन्य शहरों और विदेशों के साथ दिल्ली को जोड़ता है। दिल्ली का अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI) है जो देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कई अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू एयरलाइंस एवं कार्गो एयरलाइंस के लिए हब है। इसके अलावा, इस एयरपोर्ट से देश के कई शहरों और विदेशों में फ्लाइट ऑपरेट किए जाते हैं।
दिल्ली में एक और हवाई अड्डा है जो प्रतिनिधि रूप से विमान उड़ान के लिए जाना जाता है। यह शहर के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित है और पालम एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है। पालम एयरपोर्ट दिल्ली में विमान उड़ान के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
FAQ: Bharat Ki Rajdhani Kahan Hai
भारत में कितने राज्य है?
भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शाषित प्रदेश हैं।
भारत में कितने केंद्र शासित प्रदेश है?
भारत में कुल 7 केंद्र शाषित प्रदेश हैं।
दिल्ली को भारत की राजधानी क्यों चुना गया?
दिल्ली भारत के मध्य भाग में स्थित है और यहाँ से सारे भारत को आराम से चलाया जा सकता था।
भारत की राजधानी दिल्ली कब बनी?
1 अप्रैल 1912 को नयी दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया।
दिल्ली शहर का प्राचीन नाम क्या है?
दिल्ली शहर का प्राचीन नाम इन्द्रप्रस्थ है।
बिहार की राजधानी कहां है?
बिहार की राजधानी पटना है और पटना का पूरा प्राचीन नाम पाटलिपुत्र है।
लखनऊ किस राज्य की राजधानी है?
लखनऊ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है।
मुंबई किस राज्य की राजधानी है?
मुंबई भारत के महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है।
भारत देश की पुरानी राजधानी क्या थी?
भारत देश की पुरानी कोलकाता थी।
भारत के राजधानी का क्षेत्रफल कितना है?
भारत के राजधानी दिल्ली का क्षेत्रफल 1484 किलो मीटर स्क्वायर है। दिल्ली क्षेत्र की उत्तर से दक्षिण लम्बाई 51.9 किमी है जबकि चौड़ाई पूर्व से पश्चिम की 48.48 किमी है।
दिल्ली किस नदी के तट पर है?
यमुना नदी ।
Also Read:
- Haryana Ki Rajdhani Kya Hai
- Assam Ki Rajdhani Kahan Hai
- Arunachal Pradesh Ki Rajdhani Kya Hai
- Uttar Pradesh Ki Rajdhani Kahan Hai
- Uttrakhand Ki Rajdhani kya Hai उत्तराखंड की राजधानी कहां है ?
- Punjab Ki Rajdhani Kya Hai
- Kerala Ki Rajdhani Kya Hai
- कर्नाटक की राजधानी क्या है ?
- Jharkhand Ki Rajdhani Kahan Hai
- Tripura Ki Rajdhani Kya Hai
- Telangana Ki Rajdhani Kya Hai
- Mizoram Ki Rajdhani Kya Hai
- Sikkim Ki Rajdhani Kya Hai
- Meghalaya Ki Rajdhani Kya Hai
- Manipur Ki Rajdhani Kya Hai
- Odisha Ki Rajdhani Kya Hai
- Nagaland Ki Rajdhani Kya Hai
- Andhra Pradesh Ki Rajdhani Kya Hai
- Rajasthan Ki Rajdhani Kya Hai
- Maharashtra Ki Rajdhani Kya Hai
- Gujarat Ki Rajdhani Kya Hai
- Chhattisgarh Ki Rajdhani Kya Hai
- Madhya Pradesh Ki Rajdhani Kya Hai
- पश्चिम बंगाल की राजधानी क्या है ?
- Himachal Pradesh Ki Rajdhani Kya Hai
Leave a Reply